आज भारतीय राजनीति का ऐतिहासिक दिन है.
सुप्रीम कोर्ट ने - None of The Above ( NOTA) को मंजूरी दी है.
चाहे यह कानून बने या न बने - बाद की बात है.. लेकिन यह ऐतिहासिक है..
इससे राजनीति में दूसरों को छोटा दिखाने की बजाए अपने को बड़ा दिखाना जरूरी हो जाएगा और
NOTA को सबसे ज्यादा मत मिलने पर सारे प्रत्याशी अस्वीकृत माने जाएँगे और पुनः मतदान में लिए नए उम्मीदवारों को खड़ा करना होगा..
वैसे यह निर्णय निर्वाचन आयोग से आना चाहिए था लेकिन कोई बात नहीं जो सर्वोच्च न्यायालय से आया.
इसके साथ ही उम्मीद बन जाती है कि देर सबेर - Right to Recall ( RoR) भी आएगा...
उम्मीद पर दुनियाँ जीती है आप भी उम्मीद रखिए
एम.आर.अयंगर.
sarahniy
जवाब देंहटाएंधन्यवाद जौनपुरी साहेब.
जवाब देंहटाएंAap ke ummeed poore ho jai! Ek aur ummeed yeh bhi hain ki, vote dalna anivarya ho jayen; kuch exceptions chod ke!
जवाब देंहटाएंस्वामीजी,
हटाएंशुभकामनाओं के लिए बहुत बहुत धन्यवाद. वोट डालना अनिवार्य होना देश के लिए भी सुखदायी है और तब NOTA & ROR का सही उपयोग सामने आ पाएगा.