इस ब्लॉग की अधिकतम रचनाएं आसपास के माहौल पर, अखबारों की दैनिक खबरों पर मेरी प्रतिक्रियाएं है. कुछ एक व्यक्तिगत रचनाएं आ गई हों पर कोशिश रहती है कि व्यक्तिगत रचनाओं का समवेश यहाँ न हो.
.वाह क्या बात है !मुलायम की माया से माया मुलायम हो गई...:)बहुत बढ़िया!
राजेन्द्र जी,प्रशंसा के लिए आभारी हूँ..सधन्यवाद,अयंगर.
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जवाब देंहटाएंवाह क्या बात है !
मुलायम की माया से माया मुलायम हो गई...
:)
बहुत बढ़िया!
राजेन्द्र जी,
जवाब देंहटाएंप्रशंसा के लिए आभारी हूँ..
सधन्यवाद,
अयंगर.